Shantanu Naidu, एक मिलेनियल युवा, जो रतन टाटा के सबसे करीबी दोस्तों में से एक हैं, ने हाल ही में सुर्खियों में जगह बनाई है। वह टाटा ट्रस्ट के सबसे कम उम्र के जनरल मैनेजर हैं और उनकी कुल संपत्ति लगभग 5 करोड़ रुपये है। इस लेख में हम उनके जीवन, करियर और रतन टाटा के साथ उनके विशेष संबंधों पर चर्चा करेंगे।
Shantanu Naidu का परिचय
शंतनु नायडू का जन्म पुणे, महाराष्ट्र में हुआ था। उन्होंने 2014 में सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने टाटा ग्रुप के एक उपक्रम, टाटा एल्क्सी में इंटर्नशिप की। उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें रतन टाटा का ध्यान आकर्षित किया, जब उन्होंने एक एनजीओ के माध्यम से आवारा कुत्तों के लिए भोजन उपलब्ध कराने का प्रोजेक्ट शुरू किया।
रतन टाटा से पहली मुलाकात
रतन टाटा और शंतनु की पहली मुलाकात तब हुई जब शंतनु ने अपने एनजीओ के माध्यम से आवारा कुत्तों के लिए भोजन की व्यवस्था की। रतन टाटा ने उनके काम को देखकर उन्हें अपने कार्यालय में जनरल मैनेजर के रूप में नियुक्त किया। इसके बाद, शंतनु ने रतन टाटा के साथ काम करना शुरू किया और उनके साथ कई महत्वपूर्ण मीटिंग्स में भाग लिया।
करियर और उपलब्धियाँ
शंतनु नायडू ने 2018 में रतन टाटा के सहायक के रूप में काम करना शुरू किया। उन्होंने रतन टाटा के लिए कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पर काम किया, जिसमें “गुडफेलोज़” नामक स्टार्टअप शामिल है, जो बुजुर्गों को सहारा देने का काम करता है। इस स्टार्टअप की वर्तमान में 5 करोड़ रुपये की नेट वर्थ है।
शंतनु ने रतन टाटा के लिए इंस्टाग्राम अकाउंट भी सेटअप किया और उनके साथ उनकी विभिन्न गतिविधियों को साझा किया। उनका यह प्रयास न केवल उनके करियर को आगे बढ़ाने में मददगार रहा बल्कि उन्होंने रतन टाटा के साथ एक मजबूत दोस्ती भी विकसित की।
Shantanu Naidu का नेट वर्थ
शंतनु नायडू की कुल संपत्ति लगभग 5 करोड़ रुपये है, जो उनके सफल करियर और गुडफेलोज़ जैसे प्रोजेक्ट्स से अर्जित हुई है। उनकी युवा उम्र में इतनी संपत्ति होना एक प्रेरणा स्रोत है, जो यह दर्शाता है कि समर्पण और मेहनत से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
रतन टाटा के प्रति श्रद्धांजलि
रतन टाटा की हालिया मृत्यु ने शंतनु को गहरे दुख में डाल दिया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश लिखा, जिसमें कहा गया, “इस दोस्ती ने अब मुझमें जो खालीपन छोड़ा है, उसे भरने में मैं अपनी पूरी जिंदगी बिताऊंगा।” यह शब्द उनकी गहरी मित्रता और रतन टाटा के प्रति उनके सम्मान को दर्शाते हैं।
शंतनु नायडू का जीवन एक प्रेरणादायक कहानी है जो यह दिखाता है कि कैसे एक युवा व्यक्ति अपने सपनों को साकार कर सकता है। रतन टाटा जैसे महान व्यक्तित्व के साथ उनके संबंध ने उन्हें न केवल पेशेवर रूप से बल्कि व्यक्तिगत रूप से भी समृद्ध किया।