ईरान और इजरायल, दोनों ही मध्य पूर्व के महत्वपूर्ण देश हैं, जिनकी सैन्य शक्तियों की तुलना करना एक जटिल कार्य है। हाल के दिनों में इन दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है, जो कि मिसाइल हमलों और सैन्य गतिविधियों के माध्यम से प्रकट हो रहा है। इस लेख में हम इन दोनों देशों की सैन्य ताकत, हथियारों, और सामरिक क्षमताओं का विश्लेषण करेंगे।
सैन्य संरचना
इजरायल:
– सैन्य बल: इजरायल रक्षा बल (IDF) में तीन प्रमुख शाखाएं हैं: थल सेना, वायु सेना, और नौसेना।
– सैन्य सेवा: इजरायल में सैन्य सेवा अनिवार्य है, जिससे हर नागरिक को सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त होता है।
– हथियार प्रणाली: इजरायल के पास अत्याधुनिक हथियार प्रणाली हैं, जैसे F-35 लाइटनिंग II लड़ाकू विमान और आयरन डोम मिसाइल रक्षा प्रणाली।
ईरान:
– सैन्य बल: ईरान की सेना में भी तीन प्रमुख शाखाएं हैं: थल सेना, वायु सेना, और नौसेना। इसके अतिरिक्त, इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
– सैन्य सेवा: ईरान में सैन्य सेवा अनिवार्य नहीं है, लेकिन उसके पास बड़ी संख्या में सैनिक हैं।
– हथियार प्रणाली: ईरान के पास बैलिस्टिक मिसाइलों का बड़ा भंडार है, जिसमें सेजिल और खैबर जैसी मिसाइलें शामिल हैं।
सैन्य बजट और संसाधन
-इजरायल का रक्षा बजट: इजरायल का रक्षा बजट ईरान से अधिक है, जो उसे उच्च तकनीकी हथियारों की खरीदारी में सक्षम बनाता है।
ईरान का रक्षा बजट: ईरान का रक्षा बजट कम होने के बावजूद उसकी जनसंख्या और सैनिकों की संख्या अधिक है। ईरान की आबादी लगभग 89 मिलियन है जबकि इजरायल की आबादी 10 मिलियन है।
मिसाइल क्षमताएं
ईरान ने हाल ही में इजरायल पर 180 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं। हालांकि, इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम ने अधिकांश मिसाइलों को नष्ट कर दिया। ईरान की मिसाइलें लंबी दूरी तक मार करने वाली हैं, जैसे कि सेजिल (2500 किमी) और खैबर (2000 किमी)।
साइबर युद्धक्षेत्र
इजरायल साइबर युद्ध और रक्षा के क्षेत्र में अग्रणी है। उसकी साइबर सुरक्षा क्षमताएं उच्च स्तर की हैं। ईरान भी साइबर युद्ध में सक्रिय है लेकिन उसकी क्षमताएं सीमित हैं।
गठबंधन और समर्थन
इजरायल का प्रमुख समर्थक संयुक्त राज्य अमेरिका है, जो उसे आर्थिक और सैन्य सहायता प्रदान करता है। दूसरी ओर, ईरान को रूस और चीन जैसे देशों का समर्थन प्राप्त है लेकिन उसे पश्चिमी देशों से प्रतिबंधों का सामना करना पड़ता है।
संघर्ष की स्थिति
हाल के घटनाक्रमों में, ईरान ने इजरायल पर हमले किए हैं जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह संघर्ष एक व्यापक युद्ध में बदल सकता है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी दी है कि ईरान को इसकी कीमत चुकानी होगी।
ईरान और इजरायल दोनों के पास अपनी-अपनी ताकतें हैं। इजरायल की उच्च तकनीकी सैन्य क्षमताएं और मजबूत गठजोड़ उसे महत्वपूर्ण बढ़त देती हैं। वहीं, ईरान की बड़ी जनसंख्या और बैलिस्टिक मिसाइलों का जखीरा उसे क्षेत्रीय शक्ति बनाता है। भविष्य में दोनों देशों के बीच संघर्ष की स्थिति कई कारकों पर निर्भर करेगी।