डायबिटीज के मरीजों के लिए खान-पान का चुनाव हमेशा एक चुनौतीपूर्ण कार्य होता है। मीठे खाद्य पदार्थों का सेवन करने से पहले कई बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। किशमिश, जो कि एक लोकप्रिय सूखे मेवे के रूप में जानी जाती है, के सेवन पर भी यही बात लागू होती है। आइए, जानते हैं कि क्या डायबिटीज के मरीज किशमिश खा सकते हैं और इसके क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं।
किशमिश और इसकी पोषण संबंधी जानकारी
किशमिश में प्राकृतिक शुगर, जैसे कि फ्रुक्टोज और ग्लूकोज, की उच्च मात्रा होती है। यह लगभग 60% चीनी होती है, जिससे कई डायबिटीज के मरीज इसे खाने से हिचकिचाते हैं। हालांकि, किशमिश में फाइबर, आयरन, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं, जो इसे एक पौष्टिक विकल्प बनाते हैं।
ग्लाइसेमिक इंडेक्स
किशमिश का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) लगभग 66 होता है, जो इसे मध्यम से उच्च श्रेणी में रखता है। इसका अर्थ यह है कि किशमिश का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल धीरे-धीरे बढ़ सकता है। इसलिए, डायबिटीज के मरीजों को इसे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए।
विशेषज्ञों की राय
सपना नारंग, एक न्यूट्रिशनिस्ट, कहती हैं कि अगर डायबिटीज के मरीज मीठा खाने की इच्छा महसूस करते हैं तो वे सीमित मात्रा में किशमिश का सेवन कर सकते हैं। लेकिन इसके बाद उन्हें अपने ब्लड शुगर लेवल की निगरानी करनी चाहिए।
डॉ. सप्तर्षि भट्टाचार्य एंडोक्रोनोलॉजी विशेषज्ञ, का कहना है कि ड्राई फ्रूट्स जैसे किशमिश में पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है, लेकिन अत्यधिक सेवन से ग्लाइसेमिक कंट्रोल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
किशमिश का सेवन कैसे करें
- सीमित मात्रा में: डायबिटीज के मरीजों को दिन में 10-15 किशमिश से अधिक नहीं खानी चाहिए।
- खाने के समय: किशमिश को नाश्ते या लंच के बाद स्नैक के रूप में खाया जा सकता है।
- ब्लड शुगर चेक करें: किशमिश खाने के बाद अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच करें ताकि आप उसके प्रभाव को समझ सकें।
संभावित फायदे
– ऊर्जा का स्रोत: किशमिश ऊर्जा प्रदान करती है और थकान को दूर करने में मदद करती है।
– पोषण संबंधी लाभ: इसमें फाइबर होने के कारण यह पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में सहायक होती है।
– एंटीऑक्सीडेंट गुण: किशमिश में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर को मुक्त कणों से लड़ने में मदद करते हैं।
संभावित नुकसान
– ब्लड शुगर बढ़ाने का जोखिम: अधिक मात्रा में खाने पर यह ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकती है।
– वजन बढ़ने का खतरा: किशमिश में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है, जिससे वजन बढ़ने का खतरा हो सकता है।
किशमिश एक पौष्टिक सूखे मेवे के रूप में फायदेमंद हो सकती है यदि इसे संतुलित मात्रा में खाया जाए। डायबिटीज के मरीजों को हमेशा अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लेकर ही इसे अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।