हाल ही में किए गए एक अध्ययन ने वेपिंग के स्वास्थ्य पर तात्कालिक प्रभावों को उजागर किया है, जो केवल कुछ सेकंड के भीतर अनुभव किए जा सकते हैं। इस अध्ययन में 149 स्वयंसेवकों को शामिल किया गया, जिनमें से 76 ने 5% निकोटीन वाले पुदीने के स्वाद वाले ई-सिगरेट का उपयोग किया। अध्ययन के परिणामों ने स्पष्ट किया कि वपिंग करने वाले व्यक्तियों में हृदय गति, श्वसन आवृत्ति और मौखिक तापमान में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई, जबकि रक्त ऑक्सीजन स्तर में कमी आई।
वेपिंग और हृदय स्वास्थ्य
वेपिंग के तुरंत बाद, हृदय की धड़कन में वृद्धि देखी गई। अध्ययन में पाया गया कि वपिंग के बाद हृदय गति में औसतन 20% की वृद्धि हुई। यह वृद्धि हृदय संबंधी समस्याओं का संकेत हो सकती है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो पहले से ही हृदय रोगों का शिकार हैं।
श्वसन स्वास्थ्य पर प्रभाव

वेपिंग से श्वसन आवृत्ति भी बढ़ गई, जिससे यह संकेत मिलता है कि शरीर अधिक ऑक्सीजन प्राप्त करने की कोशिश कर रहा है। यह स्थिति लंबे समय तक चलने वाली श्वसन समस्याओं की ओर ले जा सकती है, जैसे कि दमा या क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD).
रक्त ऑक्सीजन स्तर में कमी
एक और गंभीर प्रभाव था रक्त ऑक्सीजन स्तर में कमी। अध्ययन में शामिल वपिंग करने वालों का रक्त ऑक्सीजन स्तर 5% तक गिर गया, जो कि चिंता का विषय है। ऑक्सीजन स्तर की कमी विभिन्न अंगों को प्रभावित कर सकती है और दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है।
दूसरे हाथ का धुआं

जो लोग वपिंग नहीं कर रहे थे लेकिन वपिंग के धुएं के संपर्क में थे, उनके मौखिक तापमान में भी वृद्धि देखी गई। यह दर्शाता है कि वपिंग का धुआं केवल उपयोगकर्ता को ही नहीं, बल्कि आसपास के लोगों को भी प्रभावित कर सकता है।
वेपिंग की रासायनिक संरचना
ई-सिगरेट में मौजूद रसायनों की संरचना भी स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है। इनमें निकोटीन, डाइसेटिल (जो फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है), और अन्य संभावित हानिकारक रसायन शामिल हैं। ये तत्व फेफड़ों में सूजन का कारण बन सकते हैं और दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकते हैं।
वपिंग के तात्कालिक प्रभावों से यह स्पष्ट होता है कि यह न केवल उपयोगकर्ता के लिए बल्कि आसपास के लोगों के लिए भी हानिकारक हो सकता है। हृदय गति, श्वसन आवृत्ति और रक्त ऑक्सीजन स्तर पर इसके प्रभावों को देखते हुए, यह आवश्यक है कि युवा और अन्य उपयोगकर्ता इसके संभावित खतरों को समझें और इससे बचने का प्रयास करें।