कुट्टू का आटा नवरात्रि के दौरान उपवास में एक महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थ है। हालांकि, बाजार में नकली या मिलावटी कुट्टू का आटा मिलने की संभावना बढ़ गई है। इसलिए, यह जानना आवश्यक है कि असली कुट्टू का आटा कैसे पहचाना जाए। इस लेख में हम कुट्टू के आटे की पहचान के विभिन्न तरीकों पर चर्चा करेंगे।
कुट्टू का आटा: एक संक्षिप्त परिचय
कुट्टू, जिसे अंग्रेजी में बकवीट कहा जाता है, एक पौधा है जिसका आटा उपवास के दौरान विशेष रूप से उपयोग किया जाता है। यह ग्लूटन-फ्री होता है और इसमें प्रोटीन, फाइबर, और विभिन्न मिनरल्स जैसे आयरन और कैल्शियम होते हैं। नवरात्रि के दौरान, व्रति इसे विभिन्न प्रकार के पकवानों में प्रयोग करते हैं।
रंग की पहचान
असली और नकली कुट्टू का आटा कैसे पहचानें
असली कुट्टू का आटा गहरा भूरा होता है। यदि आटे का रंग हल्का हरा या ग्रे दिखाई देता है, तो यह मिलावटी हो सकता है।
गूंथने की प्रक्रिया
जब आप कुट्टू का आटा गूंथते हैं, तो असली आटा बिखरता नहीं है। यदि आटा गूंथने पर बिखरता है या उसकी बनावट में कोई असामान्यता होती है, तो यह नकली हो सकता है।
पानी परीक्षण
एक सरल परीक्षण के लिए एक कांच के ग्लास में पानी भरें और उसमें एक चम्मच कुट्टू का आटा डालें। अगर आटे में मिलावट है, तो वह पानी में अलग-अलग रंगों में फैल जाएगा।
चुंबक परीक्षण
एक और तरीका यह है कि आप एक चुंबक लें और उसे आटे के ऊपर घुमाएं। यदि आटे में कोई लोहे का बुरादा मिला हो, तो वह चुंबक से चिपक जाएगा।
गंध की पहचान
असली कुट्टू का आटा ताजगी से भरा होता है और इसकी गंध प्राकृतिक होती है। यदि आपको किसी प्रकार की अप्राकृतिक गंध आती है, तो यह संकेत हो सकता है कि आटा मिलावटी है।
कुट्टू के आटे की शेल्फ लाइफ
कुट्टू का आटा सामान्यत: तीन महीने तक सही रहता है यदि इसे फ्रिज में रखा जाए। इसे हमेशा सूरज की रोशनी और नमी से दूर रखना चाहिए।
उपसंहार
नवरात्रि के दौरान सही कुट्टू का आटा चुनना स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। उपरोक्त विधियों का पालन करके आप असली और नकली कुट्टू के आटे की पहचान कर सकते हैं।