पुरुषों को खड़ा होकर पेशाब करना चाहिए या बैठकर? यह सवाल अक्सर चर्चा का विषय बनता है। हाल के अध्ययनों और विशेषज्ञों की राय के अनुसार, बैठकर पेशाब करने के कई फायदे हैं। आइए इस विषय पर विस्तार से चर्चा करते हैं।
पेशाब करने के तरीके का स्वास्थ्य पर प्रभाव
खड़े होकर पेशाब करने के नुकसान
- पेल्विस और स्पाइन पर प्रभाव: खड़े होकर पेशाब करने से पेल्विस और स्पाइन की मसल्स सिकुड़ जाती हैं, जिससे यूरिन का प्रवाह कम हो सकता है। यह स्थिति उन पुरुषों के लिए समस्या बन सकती है जो प्रोस्टेट संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
- यूरिनरी रिटेंशन: जब पुरुष खड़े होकर पेशाब करते हैं, तो कई बार उनका ब्लैडर पूरी तरह से खाली नहीं होता। इससे यूरिनरी रिटेंशन की समस्या उत्पन्न हो सकती है, जो समय के साथ ब्लैडर में पथरी का कारण बन सकती है।
- गंदगी फैलने का खतरा: खड़े होकर पेशाब करने से गंदगी फैलने की संभावना बढ़ जाती है, खासकर सार्वजनिक शौचालयों में। कई यूरोपीय देशों में इस कारण से खड़े होकर पेशाब करने पर पाबंदी भी है।
बैठकर पेशाब करने के फायदे
- ब्लैडर का बेहतर खाली होना: बैठकर पेशाब करने से पेट की मसल्स पर दबाव पड़ता है, जिससे ब्लैडर बेहतर तरीके से खाली होता है। इससे यूरिन का प्रवाह अधिक फोर्स में होता है, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।
- पेल्विस और हिप्स की मसल्स का रिलैक्स होना: बैठते समय पेल्विस और हिप्स की मसल्स रिलैक्स होती हैं, जिससे पेशाब करना आसान हो जाता है। यह विशेष रूप से उन पुरुषों के लिए फायदेमंद है जो लंबे समय तक खड़े नहीं रह सकते।
- हाइजीनिक दृष्टिकोण: बैठकर पेशाब करने से साफ-सफाई बनी रहती है, जिससे संक्रमण का खतरा कम होता है। यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जब सार्वजनिक शौचालयों की बात आती है।
विशेषज्ञों की राय
नीदरलैंड्स के डॉक्टरों ने एक अध्ययन में पाया कि जो पुरुष बैठकर पेशाब करते हैं, उनमें प्रोस्टेट संबंधी समस्याएं कम होती हैं। यूसीएलए (UCLA) के प्रोफेसर डॉ. जेसी एन. मिल्स ने भी इस बात को स्वीकार किया कि बैठकर पेशाब करना उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है जिन्हें लगता है कि उनका ब्लैडर पूरी तरह से खाली नहीं होता।
इस विषय पर अभी भी बहस जारी है कि पुरुषों को किस तरीके से पेशाब करना चाहिए। हालांकि, विशेषज्ञों की राय यह स्पष्ट करती है कि बैठकर पेशाब करना स्वास्थ्य के लिए अधिक फायदेमंद हो सकता है। यह न केवल ब्लैडर को पूरी तरह खाली करने में मदद करता है, बल्कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को भी कम कर सकता है।