जब हम किसी वस्तु या व्यक्ति को छूते हैं और हमें करंट का अनुभव होता है, तो इसके पीछे एक वैज्ञानिक प्रक्रिया होती है। यह घटना मुख्यतः मौसम की स्थिति, विशेष रूप से सर्दियों में अधिक होती है, जब वायु में नमी कम होती है। इस लेख में हम समझेंगे कि यह करंट क्यों लगता है और इसका मौसम से क्या संबंध है।
करंट लगने का विज्ञान
इलेक्ट्रॉन और चार्ज
हमारे शरीर में और आसपास की वस्तुओं में इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन होते हैं। इलेक्ट्रॉन में नकारात्मक चार्ज होता है, जबकि प्रोटॉन में सकारात्मक चार्ज होता है। सामान्यतः, एक वस्तु या व्यक्ति के भीतर इलेक्ट्रॉनों और प्रोटॉनों की संख्या समान होती है, जिससे वह तटस्थ रहता है। लेकिन जब इलेक्ट्रॉनों की संख्या बढ़ जाती है, तो उस वस्तु का चार्ज नकारात्मक हो जाता है।
जब हम किसी वस्तु को छूते हैं, जो सकारात्मक चार्ज रखती है (जैसे कि किसी अन्य व्यक्ति या धातु की वस्तु), तो हमारे शरीर के नकारात्मक चार्ज वाले इलेक्ट्रॉन सकारात्मक चार्ज की ओर आकर्षित होते हैं। इस प्रक्रिया के दौरान, इलेक्ट्रॉनों का तेज़ी से आदान-प्रदान होता है, जिससे हमें हल्का करंट या झटका महसूस होता है.
मौसम का प्रभाव
सर्दियों में, वायु शुष्क होती है और नमी की कमी के कारण इलेक्ट्रॉन हमारे शरीर पर आसानी से जमा हो जाते हैं। जब हम किसी प्लास्टिक की कुर्सी पर बैठते हैं और हिलते-डुलते हैं, तो कुर्सी से हमारे कपड़ों के बीच इलेक्ट्रॉनों का आदान-प्रदान होता है। इससे कुर्सी पर सकारात्मक चार्ज जमा हो जाता है। जब हम कुर्सी से उठकर उसे छूते हैं, तो यह चार्ज हमारे शरीर के साथ मिलकर हल्का करंट उत्पन्न करता है.
गर्मी के मौसम में, वायु में नमी होती है, जिससे इलेक्ट्रॉन हमारे शरीर पर जमा नहीं हो पाते। इसलिए गर्मियों में हमें इस तरह के करंट का अनुभव नहीं होता.
करंट लगने की स्थिति
सामान्य स्थितियाँ
- प्लास्टिक या रबर की सतहें: जब हम ऐसी सतहों पर चलते हैं या बैठते हैं।
- सूखे मौसम: जैसे कि सर्दियों में जब वायु शुष्क होती है।
- बिजली के उपकरण: कभी-कभी बिजली के उपकरणों को छूने पर भी करंट लग सकता है यदि वे ठीक से ग्राउंड नहीं किए गए हों।
बचाव के उपाय
– नमी बढ़ाना: घर में ह्यूमिडिफायर का उपयोग करना।
– सही कपड़े पहनना: सूती कपड़े पहनना बेहतर होता है क्योंकि सिंथेटिक कपड़े अधिक स्थैतिक बिजली उत्पन्न करते हैं।
– बिजली उपकरणों का ध्यान रखना: सुनिश्चित करें कि सभी बिजली उपकरण ठीक से ग्राउंडेड हों।
करंट लगने की घटना एक सामान्य भौतिक प्रक्रिया है जो मुख्यतः इलेक्ट्रॉनों के प्रवाह और मौसम की स्थिति पर निर्भर करती है। सर्दियों में शुष्क हवा के कारण यह समस्या अधिक होती है। समझने योग्य तरीके से इसे जानने से हम इसके प्रभाव को कम कर सकते हैं और सुरक्षित रह सकते हैं।