दूध को हमेशा से एक पौष्टिक आहार माना गया है, जिसमें कई प्रकार के विटामिन और मिनरल होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ जानवरों के दूध में शराब से भी ज्यादा अल्कोहल पाया जाता है? इस लेख में हम एक ऐसे जानवर के बारे में बात करेंगे, जिसका दूध पीने से नशा चढ़ जाता है।
हथिनी का दूध और उसमें अल्कोहल की मात्रा
दुनिया में एक ऐसा जानवर है, जिसका दूध पीने से शराब जैसा नशा होता है। वह जानवर है मादा हाथ (हथिनी)। शोधकर्ताओं के अनुसार, हथिनी के दूध में लगभग 60 प्रतिशत तक अल्कोहल पाया जाता है। यह अल्कोहल मुख्यतः उस गन्ने से आता है, जिसे हाथी खाता है। गन्ने में प्राकृतिक रूप से अल्कोहल की मात्रा होती है, जो हाथी के शरीर में समाहित हो जाती है और अंततः उसके दूध में पहुंच जाती है.
काकापो का दूध
हालांकि, हाल ही में एक और जानवर का नाम सामने आया है -काकापो, जो न्यूजीलैंड का एक दुर्लभ पक्षी है। इसके दूध में भी शराब से अधिक अल्कोहल की मात्रा पाई जाती है। काकापो के दूध में अल्कोहल की मात्रा इतनी अधिक होती है कि इसे पीने से नशा हो सकता है. यह पक्षी अपने पोषण और विशेषता के लिए जाना जाता है, लेकिन इसके दूध का सेवन करना खतरनाक हो सकता है।
हथिनी के दूध का सेवन क्यों खतरनाक है?
हथिनी का दूध इंसानों के लिए पीने योग्य नहीं होता। इसमें खतरनाक रसायन होते हैं जो पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा, हथिनी के दूध में लैक्टोस और ओलिगोसैकेराइड्स की मात्रा बहुत अधिक होती है, जिससे इंसान इसे डाइजेस्ट नहीं कर पाता। इसलिए, भूलकर भी इसे नहीं पीना चाहिए.
काकापो का दूध और उसके प्रभाव
काकापो का दूध भी इंसानों के लिए सुरक्षित नहीं माना जाता। इसकी उच्च अल्कोहल सामग्री इसे नशे का कारण बना सकती है। हालांकि, काकापो का दूध पोषक तत्वों से भरपूर होता है, लेकिन इसका सेवन करने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए.
इस प्रकार, मादा हाथी और काकापो जैसे जानवरों का दूध न केवल अनोखा होता है बल्कि उसमें अल्कोहल की मात्रा भी काफी अधिक होती है। यह जानकारी हमें यह समझाती है कि प्रकृति कितनी विविधतापूर्ण और आश्चर्यजनक हो सकती है। हालांकि, ऐसे दूध का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।