शाहरुख खान, बॉलीवुड के किंग खान, ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। उन्हें एक वैज्ञानिक अध्ययन के आधार पर दुनिया के 10 सबसे हैंडसम एक्टर्स में से एक माना गया है। यह अध्ययन प्रसिद्ध प्लास्टिक सर्जन डॉ. जूलियन डी सिल्वा द्वारा किया गया था, जिसमें चेहरे की सुंदरता को मापने के लिए ग्रीक गोल्डन रेशियो ऑफ ब्यूटी फी मेथड का उपयोग किया गया। इस अध्ययन में शाहरुख खान को 86.76% परफेक्शन स्कोर मिला, जिससे वे इस सूची में 10वें स्थान पर पहुंचे और इस लिस्ट में जगह बनाने वाले एकमात्र भारतीय अभिनेता बने।
शाहरुख खान की उपलब्धि
शाहरुख खान का नाम इस सूची में शामिल होने से यह साबित होता है कि उनकी लोकप्रियता केवल भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि वे वैश्विक स्तर पर भी प्रशंसा प्राप्त कर रहे हैं। 58 वर्ष की आयु में भी, शाहरुख ने अपने समकालीन अभिनेताओं जैसे ऋतिक रोशन और रणबीर कपूर को पीछे छोड़ते हुए यह उपलब्धि हासिल की है।
दुनिया के सबसे हैंडसम एक्टर्स की सूची
इस अध्ययन में शाहरुख खान के अलावा अन्य शीर्ष अभिनेताओं के नाम भी शामिल हैं:
- आरोन टेलर जॉनसन – 93.04% परफेक्शन
- लुसिएन लाविस्काउंट
- पॉल मेस्कल
- रॉबर्ट पैटिंसन
- जैक लोवेन
- जॉर्ज क्लूनी
- निकोलस हौल्ट
- चार्ल्स मेल्टन
- इदरीस एल्बा
- शाहरुख खान
इस सूची में पहले स्थान पर आए आरोन टेलर जॉनसन ने अपनी आकर्षक विशेषताओं के लिए उच्चतम स्कोर प्राप्त किया है।
अध्ययन की प्रक्रिया
डॉ. जूलियन डी सिल्वा ने इस अध्ययन में चेहरे की विशेषताओं जैसे आंखों, नाक, और ठोड़ी के आकार को मापने के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया। ग्रीक गोल्डन रेशियो का सिद्धांत सदियों से सुंदरता को मापने का एक मानक रहा है। इस प्रक्रिया के माध्यम से, उन्होंने विभिन्न सेलेब्रिटीज़ के चेहरों का विश्लेषण किया और उनके स्कोर निर्धारित किए।
शाहरुख खान का ग्लोबल प्रभाव
शाहरुख खान केवल एक अभिनेता नहीं हैं; वे एक सांस्कृतिक प्रतीक बन चुके हैं। उनकी फिल्में जैसे “पठान” और “जवान” ने न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सफलता प्राप्त की है। उनकी फैन फॉलोइंग विशाल है, जो उनकी अदाकारी और व्यक्तित्व दोनों के लिए प्रशंसा करती है।
शाहरुख खान का नाम दुनिया के सबसे हैंडसम एक्टर्स की सूची में आना न केवल उनके लिए एक व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह भारतीय सिनेमा की वैश्विक पहचान को भी दर्शाता है। यह दर्शाता है कि भारतीय अभिनेता भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकते हैं और उनकी कला को सराहा जा सकता है।