दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में घोषणा की है कि दिल्ली की सभी सड़कें गड्ढा मुक्त होंगी। यह घोषणा चुनावों से पहले की गई है, जिससे राजनीतिक दृष्टिकोण से इसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हालांकि, इस बीच स्वाति मालीवाल, जो दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष हैं, ने एक वीडियो साझा किया है जिसमें गड्ढों से भरी सड़कों की स्थिति को दर्शाया गया है। इस वीडियो ने केजरीवाल सरकार की दावों पर सवाल उठाए हैं।
केजरीवाल का गड्ढा मुक्त अभियान
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार दिल्ली की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि काम जल्द ही शुरू होगा और दीपावली तक सभी सड़कों को ठीक कर दिया जाएगा. सीएम आतिशी ने भी इस मुहिम का समर्थन करते हुए कहा कि अगले 2 से 3 दिनों में सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू होगा.
स्वाति मालीवाल का वीडियो
स्वाति मालीवाल ने एक वीडियो साझा किया जिसमें दिल्ली की खराब सड़कें दिखाई गई हैं। इस वीडियो में उन्होंने बताया कि कैसे सरकार के दावे और वास्तविकता में बड़ा अंतर है। मालीवाल का कहना है कि जब तक सरकार ठोस कदम नहीं उठाती, तब तक केवल घोषणाएं करना कोई समाधान नहीं है.
एक शव की अंतिम यात्रा ऐसी बदबूदार नाले के पानी से भरी टूटी-फूटी सड़कों से होकर गुज़र रही है। इससे दुखद क्या हो सकता है ?
किराड़ी के एक निवासी ने ये वीडियो भेजी है। यहाँ के नागरिक नर्क की ज़िंदगी जीने को मजबूर हैं।
मीडिया में बोलते हैं युद्धस्तर पर सारी सड़कें ठीक हो गई,… pic.twitter.com/5LGfP2Njh4
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) October 24, 2024
राजनीतिक संदर्भ
दिल्ली में आगामी चुनावों को देखते हुए यह मुद्दा और भी महत्वपूर्ण हो गया है। केजरीवाल सरकार ने हमेशा अपनी योजनाओं को जनता के सामने पेश किया है, लेकिन जब वास्तविकता सामने आती है तो अक्सर स्थिति अलग होती है। मालीवाल का वीडियो इस बात का प्रमाण है कि जनता को अभी भी सड़कें गड्ढा मुक्त नहीं मिली हैं।
जनता की प्रतिक्रिया
दिल्लीवासियों ने इस मुद्दे पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ लोग केजरीवाल सरकार के प्रयासों की सराहना कर रहे हैं, जबकि अन्य का मानना है कि यह केवल चुनावी रणनीति है। जनता का कहना है कि उन्हें ठोस कार्यवाही चाहिए, न कि केवल आश्वासन.
दिल्ली की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का अभियान एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन चुका है, खासकर चुनावों के संदर्भ में। जबकि केजरीवाल और उनकी टीम ने इसे प्राथमिकता दी है, स्वाति मालीवाल जैसे विपक्षी नेताओं द्वारा उठाए गए सवाल यह दर्शाते हैं कि जनता की नजरें उन पर हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वास्तव में दिल्ली की सड़कें गड्ढा मुक्त हो पाएंगी या यह सिर्फ एक राजनीतिक बयानबाजी रह जाएगी।