IGI एयरपोर्ट : दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पार्किंग बिल को लेकर एक व्यक्ति की कहानी ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। दीपक गोसाईं नाम के इस व्यक्ति ने 5770 रुपये का पार्किंग बिल प्राप्त किया, जो न केवल उसे चौंका गया, बल्कि उसकी कार भी पार्किंग के दौरान क्षतिग्रस्त हो गई। आइए इस घटना के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हैं।
IGI एयरपोर्ट पर हुई घटना का विवरण
दीपक गोसाईं ने 17 अगस्त को अपने वाहन को दिल्ली एयरपोर्ट के मल्टी-लेवल कार पार्किंग (MLCP) में पार्क किया था और जब वह 26 अगस्त को लौटे, तो उन्हें 5770 रुपये का बिल मिला। इस बिल में 4889.83 रुपये पार्किंग शुल्क और 880.17 रुपये जीएसटी शामिल थे। दीपक ने इस बिल की तुलना दिल्ली-लखनऊ के बीच की उड़ान के किराए से की, जो कि केवल 2836 रुपये था। यह स्थिति न केवल वित्तीय दृष्टि से चिंताजनक थी, बल्कि दीपक की कार भी लौटते समय क्षतिग्रस्त मिली, जिसमें दरवाजे का लॉक टूटा हुआ और कई खरोंचें थीं।
पार्किंग शुल्क
दिल्ली एयरपोर्ट पर पार्किंग शुल्क की संरचना इस प्रकार है:
– पहले 30 मिनट के लिए: 120 रुपये
– अगले 30 मिनट के लिए: 170 रुपये
– इसके बाद, पहले पांच घंटों के लिए प्रति घंटा: 100 रुपये
– पांच घंटे से अधिक समय तक पार्किंग करने पर: प्रति दिन 600 रुपये
दीपक ने अपनी कार को कुल नौ दिनों तक पार्क किया था, जिसके कारण यह भारी बिल बना।
सुरक्षा और सेवा में कमी
दीपक ने जब अपनी कार की स्थिति को लेकर पार्किंग स्टाफ से शिकायत की, तो उन्हें कोई सहायता नहीं मिली। स्टाफ ने उनके भुगतान को स्वीकार कर लिया था और उनकी चिंताओं को नजरअंदाज कर दिया। यह घटना एयरपोर्ट पर सुरक्षा और सेवा की कमी को उजागर करती है, जो यात्रियों के लिए चिंता का विषय है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया

दीपक ने अपनी पीड़ा को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किया। उन्होंने लिखा कि यह उनके जीवन का सबसे खराब अनुभव था और एयरपोर्ट की “सुरक्षित और सुरक्षित” सेवा पर सवाल उठाया। उनके पोस्ट ने अन्य यात्रियों को भी प्रभावित किया, जिन्होंने इस तरह के उच्च पार्किंग शुल्क और वाहन सुरक्षा की कमी पर चिंता व्यक्त की।
दिल्ली एयरपोर्ट का स्पष्टीकरण
इस घटना के बाद, दिल्ली एयरपोर्ट प्रबंधन ने सफाई दी कि पार्किंग शुल्क समय के साथ बढ़ते हैं और यात्रियों को पहले से ही इन नियमों से अवगत कराया जाता है। हालांकि, दीपक की स्थिति ने यह स्पष्ट किया कि उच्च शुल्क और वाहन क्षति जैसी समस्याएं यात्रियों के लिए गंभीर चिंता का विषय हैं।
दिल्ली एयरपोर्ट पर दीपक गोसाईं द्वारा अनुभव किए गए इस मामले ने न केवल उच्च पार्किंग शुल्क को उजागर किया है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि कैसे यात्रियों को उनकी कारों की सुरक्षा के संबंध में गंभीर चिंताओं का सामना करना पड़ सकता है। इस घटना ने एक महत्वपूर्ण प्रश्न उठाया है कि क्या एयरपोर्ट प्रबंधन को अपने पार्किंग शुल्क और सेवाओं की समीक्षा करने की आवश्यकता है ताकि यात्रियों को बेहतर अनुभव मिल सके।